कि जब हम छोटा छा,
तब भौत घपरोल करदा छा
एक हाथन सुलार पकड़ी
गौं खोळौं मा रिंगदा छा,
सैणा पुंगड़ों माटा मा खेली
रूमकी दां घौर आंदा छा
पढ़े लिखै मा ज़ीरो छा पर
हौर काम मा हीरो छा
कि जब हम छोटा छा ......
गोर चराणु डाँण्डों काँठों हम
दगड्यों दगड़ी जाँदा छा
गोसा लखड़ा छेन्ता टीपी
कट्टों जनकै की लांदा छा ..
दादा बोडों की फेंकी बीड़ी पर
हम लुक लुकी सोड़ मरदा छा
नाक पर रैन्दी छै सिंगणै धारी
मुण्ड पर लिक्खा चमकदा छा
हफ्ता मा नहेन्दा छा इतवारा दिन
मैला खूब दड़क निकलदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
कभी फाणु भटोणी चैंसु छछेन्डू
खूब सपोड़ी खांदा छा
कभी पिस्यां ळूँण मा घी लपोड़ी,
चाय दगड़ी रोटी खै जांदा छा
आड़ू पोलम कखडी मुंगरी
चोर चोरी खै जाँदा छा
अर जेठ आषाढा मैनों मा सुबेर
पाणी बरत्यां लोठ्या मा हिंसर भोरी भी लांदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
बार त्योहार अर बग्वाल मा हम
स्वाला पकोड़ा चोरी खांदा छा
तब ब्वे का हाथुन भ्यूंलै सोडगिन
हम खूब चटल्ये जाँदा छा ,
द्वी हाथूं मा खाली डब्बों लेकी
धारा बटी पाणी भी लांदा छा
कुलैं का डांडों प्यूल मा घिसड़ेकी
हमरा झुल्ला चिरे जांदा छा
अर सहवाग सचिनै बैटिंग देखणु
टीवी पर माखु सी चिपक्यां रैन्दा छा
कि जब हम छोटा छा ......
कभी ब्यो बरत्युं कभी देब्तौं पूजै मा
हम ढोल दमौ मा भी नचदा छा
आज ह्वेनी यू डिजिटल जागर
तब पन्डौ मंडाण लगदा छा
अर डौर भी लगदी छै देब्तौं देखी
जब द्वी चार झिमडये जाँदा छा
सट्ट दुबकी एक कोंणा मा
हम जड्डबुक्का बिरली सी बैठ जाँदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
नाता रिश्तादार भी औंदा छा
मिठै कु डब्बा भी लौंदा छा
फिर जै दिन स्यु वापस जांन्दा छा
हाथ मा 10 रुप्या धार जाँदा छा
उ 10 रुप्या भी खूब लगदा छा
कई दिनों तक खर्चेन्दा नि छा
अब द्वी हजारो नोट कभी नकली सी लगदु
तब पाँच अर दसा नौट भी SBI का चैक सी लगदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
उ स्वर्णिम युग छौ बालपन कु हमरु
जब निस्फिक्र हैंसणा खेलणा रैंदा छा
सगोर नि रै कभी द्वी कौड़ी कु
पर सदनी फुंद्या बण्यां रैन्दा छा
उ माटू - ढुंगु छोड़ छाडी
आज सौ गज मा हम पसर्यां छा
ऐ जांदी गौं गोठ्यारै याद कभी
उँ दिनूँ तै याद करि बुथ्यांदा छा
कि जब हम छोटा छा
त भौत घपरोल करदा छा
........ धन्यवाद🙏🏻🌷.......कि जब हम छोटा छा,
तब भौत घपरोल करदा छा
एक हाथन सुलार पकड़ी
गौं खोळौं मा रिंगदा छा,
सैणा पुंगड़ों माटा मा खेली
रूमकी दां घौर आंदा छा
पढ़े लिखै मा ज़ीरो छा पर
हौर काम मा हीरो छा
कि जब हम छोटा छा ......
गोर चराणु डाँण्डों काँठों हम
दगड्यों दगड़ी जाँदा छा
गोसा लखड़ा छेन्ता टीपी
कट्टों जनकै की लांदा छा ..
दादा बोडों की फेंकी बीड़ी पर
हम लुक लुकी सोड़ मरदा छा
नाक पर रैन्दी छै सिंगणै धारी
मुण्ड पर लिक्खा चमकदा छा
हफ्ता मा नहेन्दा छा इतवारा दिन
मैला खूब दड़क निकलदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
कभी फाणु भटोणी चैंसु छछेन्डू
खूब सपोड़ी खांदा छा
कभी पिस्यां ळूँण मा घी लपोड़ी,
चाय दगड़ी रोटी खै जांदा छा
आड़ू पोलम कखडी मुंगरी
चोर चोरी खै जाँदा छा
अर जेठ आषाढा मैनों मा सुबेर
पाणी बरत्यां लोठ्या मा हिंसर भोरी भी लांदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
बार त्योहार अर बग्वाल मा हम
स्वाला पकोड़ा चोरी खांदा छा
तब ब्वे का हाथुन भ्यूंलै सोडगिन
हम खूब चटल्ये जाँदा छा ,
द्वी हाथूं मा खाली डब्बों लेकी
धारा बटी पाणी भी लांदा छा
कुलैं का डांडों प्यूल मा घिसड़ेकी
हमरा झुल्ला चिरे जांदा छा
अर सहवाग सचिनै बैटिंग देखणु
टीवी पर माखु सी चिपक्यां रैन्दा छा
कि जब हम छोटा छा ......
कभी ब्यो बरत्युं कभी देब्तौं पूजै मा
हम ढोल दमौ मा भी नचदा छा
आज ह्वेनी यू डिजिटल जागर
तब पन्डौ मंडाण लगदा छा
अर डौर भी लगदी छै देब्तौं देखी
जब द्वी चार झिमडये जाँदा छा
सट्ट दुबकी एक कोंणा मा
हम जड्डबुक्का बिरली सी बैठ जाँदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
नाता रिश्तादार भी औंदा छा
मिठै कु डब्बा भी लौंदा छा
फिर जै दिन स्यु वापस जांन्दा छा
हाथ मा 10 रुप्या धार जाँदा छा
उ 10 रुप्या भी खूब लगदा छा
कई दिनों तक खर्चेन्दा नि छा
अब द्वी हजारो नोट कभी नकली सी लगदु
तब पाँच अर दसा नौट भी SBI का चैक सी लगदा छा
कि जब हम छोटा छा ......
उ स्वर्णिम युग छौ बालपन कु हमरु
जब निस्फिक्र हैंसणा खेलणा रैंदा छा
सगोर नि रै कभी द्वी कौड़ी कु
पर सदनी फुंद्या बण्यां रैन्दा छा
उ माटू - ढुंगु छोड़ छाडी
आज सौ गज मा हम पसर्यां छा
ऐ जांदी गौं गोठ्यारै याद कभी
उँ दिनूँ तै याद करि बुथ्यांदा छा
कि जब हम छोटा छा
त भौत घपरोल करदा छा
........ धन्यवाद🙏🏻🌷.......