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देवप्रयाग: अलकनंदा और भागीरथी के पावन संगम पर बसा विष्णु धाम

विवरण:

उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित देवप्रयाग, हिंदुओं के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जहाँ अलकनंदा और भागीरथी नदियाँ मिलकर गंगा का निर्माण करती हैं। यहाँ स्थित रघुनाथजी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और संगम में स्नान करना मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। देवप्रयाग की यात्रा में आप धार्मिक महत्व के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य का भी अनुभव कर सकते हैं।

देवप्रयाग: एक परिचय

देवप्रयाग उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में स्थित एक प्रमुख तीर्थस्थान है, जो अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम पर बसा हुआ है। यह संगम ही गंगा नदी की उत्पत्ति का स्थान है, जो हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र मानी जाती है. देवप्रयाग का नाम ऋषि देव शर्मा के नाम पर पड़ा, जिन्होंने यहाँ तपस्या की थी.

देवप्रयाग का धार्मिक महत्व

देवप्रयाग का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है क्योंकि यहाँ अलकनंदा और भागीरथी नदियों का संगम होता है, जो आगे चलकर गंगा नदी बन जाती है. यहाँ स्थित रघुनाथजी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जो लगभग दस हज़ार साल पुराना है. मान्यता है कि भगवान राम ने यहाँ ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए तपस्या की थी.

देवप्रयाग के आसपास के दर्शनीय स्थल

देवप्रयाग के आसपास कई दर्शनीय स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं:

रघुनाथजी मंदिर: यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और इसका निर्माण द्रविड़ शैली में हुआ है.

ब्रह्म कुंड और वशिष्ठ कुंड: ये दोनों कुंड भागीरथी और अलकनंदा नदियों के किनारे स्थित हैं और स्नान के लिए प्रसिद्ध हैं.

दशरथान्चल: यह एक पहाड़ी है जहाँ राजा दशरथ ने तपस्या की थी और यहाँ से एक धारा भी बहती है जिसे शांता धारा कहा जाता है.

देवप्रयाग कैसे पहुँचे?


देवप्रयाग तक पहुँचने के लिए ऋषिकेश रेलवे स्टेशन निकटतम है, जो यहाँ से लगभग 71 किलोमीटर दूर है. देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा भी निकटतम है, जो लगभग 90 किलोमीटर दूर है. सड़क मार्ग से भी ऋषिकेश और अन्य शहरों से देवप्रयाग आसानी से पहुँचा जा सकता है.

देवप्रयाग का प्राकृतिक सौंदर्य


देवप्रयाग का प्राकृतिक सौंदर्य अद्वितीय है। यहाँ के पहाड़ी इलाके और नदियों का संगम एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है. यहाँ की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु है, जब प्राकृतिक सौंदर्य अपने चरम पर होता है और मौसम भी सुहावना रहता है.

देवप्रयाग एक ऐसा स्थान है जहाँ आप धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम देख सकते हैं। यहाँ की यात्रा न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि हिमालय की सुंदरता का भी अनुभव कराती है।

writen by :- Purshottam Negi